अधिवक्ताओं का धरना चौथे दिन भी जारी

बुढ़ाना 19 अक्टूबर। सिसौली को तहसील बनाए जाने के विरोध में तहसील बुढाना के अधिवक्ता का  धरना चौथे दिन भी जारी रहा। अधिवक्ताओं बताया कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी हम अनिश्चितकाल धरने पर बैठे रहेंगे।


                क़स्बा सिसौली को तहसील बनाए जाने के विरोध में तहसील बुढाना के अधिवक्ता का धरना चौथे दिन भी जारी रहा। अधिवक्ताओं का कहना है कि धरना तब तक जारी रहेगा जब तक प्रशासन क़स्बा सिसौली में बनने जा रही तहसील का परस्ताव वापस नहीं ले लेता। अधिवक्ताओं ने कहा कि तहसीलों का राजनितिककरण नहीं होना चाहिए। बुढ़ाना आने के लिए क्षेत्र के सभी गांव वालों को कोई समस्या नहीं है। अधिवक्ताओं ने कहा कि सरकार अगर सिसौली को तहसील बनाने की जिद्द अड़ी है तो सरकार को सदर तहसील के गांव काटकर सिसौली में शामिल करने चाहिए। क्योंकि बुढ़ाना तहसील का क्षेत्रफल कम है। सदर तहसील का क्षेत्रफल बुढ़ाना तहसील से लगभग गुना ज्यादा हैं। धरना स्थल पर सिसौली को तहसील बनाने का बहिष्कार किया गया। इस मौके पर अवध बिहारी लाल गर्ग, इलियास सैफी, मौहम्मद मियां रिजवानी, प्रशांत शर्मा, राजीव, विकास त्यागी, संजय त्यागी, मनोज, आबाद कुरैशी, एसपी मलिक, श्रीपाल कश्यप, ओमपाल मलिक, फिरोज मंसूरी, , ईश्वर दयाल संगल व एहतेशाम सिद्दीकी आदि मौजूद रहे।