बुढ़ाना 16 अक्टूबर। सिसौली को तहसील बनाए जाने के विरोध में तहसील बुढाना के अधिवक्ता का धरना दुसरे दिन भी जारी रहा। नारेबाजी करते हुए उन्होंने बताया कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी हम अनिश्चितकाल धरने पर बैठे रहेंगे।
क़स्बा सिसौली को तहसील बनाए जाने के विरोध में तहसील बुढाना के अधिवक्ता का धरना दुसरे दिन भी जारी रहा। । तहसील परिसर में अधिवक्ताओं ने आक्रोशित होते हुए मुख्य द्वार ताला लगाकर बंद कर दिया। काम काज बंद कर शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की तथा नारों से लिखी तख्तियां लेकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने की घोषणा कर दी। अधिवक्ताओं का कहना है कि धरना तब तक जारी रहेगा जब तक प्रशासन क़स्बा सिसौली में बनने जा रही तहसील का परस्ताव वापस नहीं ले लेता। अधिवक्ताओं ने कहा कि तहसीलों का राजनितिककरण नहीं होना चाहिए। अधिवक्ताओं ने हर तहसील घर घर तहसील, तहसील बुढ़ाना का अस्तित्व बचाओ व सिसौली तहसील बनाने का विरोध जैसे नारे लगाकर अपना विरोध जताया। इस मौके पर अवध बिहारी लाल गर्ग, इलियास सैफी, मौहम्मद मियां रिजवानी, आबाद कुरैशी, एसपी मलिक, श्रीपाल कश्यप, ओमपाल मलिक, फिरोज मंसूरी, प्रशांत शर्मा, राजीव, विकास त्यागी, संजय त्यागी, मनोज, ईश्वर दयाल संगल व एहतेशाम सिद्दीकी आदि मौजूद रहे।