मोरना - ब्रह्मलीन सन्त स्वामी हनुमान जी महाराज की पांचवीं पुण्य तिथि पर हवन यज्ञ के उपरान्त श्रद्धांजलि अर्पित की गयी व सन्तों द्वारा ब्रह्मलीन स्वामी के जीवन पर प्रकाश डाला गया तथा विशाल भन्डारे में भारी संख्या में साधु सन्तो सहित जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया।
शुकतीर्थ स्थित माँ अन्नपूर्णा गिरि आश्रम में ब्रह्मलीन स्वामी हनुमान जी महाराज की प्रतिमा के सम्मुख आरती की गयी व भक्तों द्वारा नमन किया गया। ब्रह्मलीन सन्त के शिष्य महामंडलेश्वर गोपालदास जी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन गुरु जी महाराज सदैव हमारे बीच रहेंगे। उनकी कृपा से आज भी भक्त धन्य हैं। युगों में ऐसे तपस्वी व महाकल्याणी सन्त जन्म लेते हैं। भागवत भूमि पर पतित पावनी माँ गंगा के तट पर स्वामी जी ने अनन्त यज्ञ किये तथा गौ सेवा व गौरक्षा का प्रण निभाते हुए गौ रक्षा को लेकर ठोस कार्यो में भाग लिया। साध्वी माता राज नन्देश्वरी ने कहा कि सन्तों की संगत मन व भाव में स्थिरता लाती है। जीवन की सफलता में उच्च विचारों का बड़ा सहयोग होता है। ज्ञान के बिना अच्छे विचारों का सृजन नहीं होता। सन्तों से प्राप्त ज्ञान से मन व तन ऊर्जावान होते हैं। स्वामी महानन्द जी महाराज, स्वामी रविंद्राचार्य व वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ वीरपाल ने ब्रह्मलीन सन्त के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए उनके जीवन से प्रेरणा लेने पर बल दिया। इस अवसर पर मोहनदास जी महाराज, कृपाल दास जी महाराज, स्वामी सत्यानन्द, स्वामी हरिनन्द गिरि, मोनी महाराज, गीतानन्द गिरि महाराज, नारायणदास जी महाराज, भाजपा जिला उपाध्यक्ष अमित राठी, रजत राठी, विनोद शर्मा चेयरमैन, बिन्नू राठी, रविन्द्र बेनीवाल, डॉ. महकार सिंह, बाबूराम, रविन्द्र चेयरमैन, मनोज कुमार, बबलू, जगपाल, भाकियू नेता लियाकत प्रधान आदि उपस्थित रहे। संचालन अजय कृष्ण महाराज ने किया।
ब्रह्मलीन सन्त की पांचवीं पुण्यतिथि पर किया नमन