जुलूस निकालकर पूर्व अर्द्धसैनिक बलों के सैनिकों ने ज्ञापन दिया


बुढ़ाना 19 अक्टूबर। पेंशन बहाली सहित वि‌भिन्न समस्याओं को लेकर अर्द्धसैनिक बलों के सेवानिवृत सैकड़ों सैनिक शनिवार को लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में एकत्र हुए। मीटिंग में अर्द्धसैनिक बलों के सैनिकों से संबंधित समस्याओं का मुद्दा छाया रहा। अध्यक्ष पद से बोलते हुए सेवानिवृत आईजी रविन्द्र तोमर ने कहा कि देश की सीमा रेेखा की चैकसी, कश्मीर में आतंकवाद व नक्सलबाहुल राज्य में नक्सलवाद से लड़ने में बीएसएफ, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, एसएसबी व सीआईएसएफ के जवान देश के शत्रुओं का सामना करते है। अर्द्धसैनिक बलों के सैनिकों की सरकार ने वर्ष 2004 में पेंशन बंद कर दी थी। सरकार के इस कदम को उन्होने गलत बताया। उन्होने अर्द्धसैनिक बलों के जवानों की पेंशन लागू करने, एक्समैन का दर्जा देने, शहादत में भेदभाव न करने की मांग उठाई। विभिन्न समस्याओं का एक ज्ञापन तैयार किया गया। हाथों मे तिरंगा व बैनर लेकर सभी अर्द्धसैनिक बलों के सेवानिवृत सैनिक जुलूस के रूप में नारे लगाते हुए तहसील मुख्यालय पहुंचे। उपजिलाधिकारी की गैर मौजूदगी में पूर्व सैनिकों ने अपना ज्ञापन तहसीलदार जयेन्द्र सिंह व पुलिस क्षेत्राधिकारी विजय प्रकाश सिंह को सौंपा। यह ज्ञापन अधिकारियों के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री व देश के प्रधानमंत्री को भेजा गया। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि 13 दिसंबर को देश के विभिन्न राज्यों के अर्द्धसैनिक बलों के सैनिक दिल्ली के जंतर मंतर पर विशाल धरना प्रदर्शन करेंगे। ज्ञापन देने वालों में रालोद नेता योगराज सिंह, युवा रालोद नेता बालकिशोर त्यागी, सेवानिवृत आईजी रविन्द्र तोमर, एसोसिएशन के महासचिव रणवीर सिंह सहित सैकड़ों सेवानिवृत सैनिक मौजूद रहे।