बुढ़ाना 12 अक्टूबर। तहसील क्षेत्र के कुरालसी गांव में हर साल की भांति माता चिंतपूर्णि शाकुंभरी देवी के मंदिर परिसर में मेले का आयोजन किया गया। मान्यता है कि माता के दर्शन कर जो भी कामना करते हैं उसकी मनोकामना पूरी होती है। मेले में दूर-दराज से आए हजारों श्रद्घालुओं की भारी भीड़ रही।
कर्तिक मास की अश्विन शुक्ल पक्ष चतुर्दशी को प्रत्येक वर्ष कुरालसी गांव की माता चिंतपूर्णि शाकुंभरी देवी के मंदिर में महिला एंव पुरूष श्रद्घालु पूजा-अर्चना करते है। शाकुंभरी देवी के मंदिर मे दूर दराज से आने वाले भक्त पूजा-अर्चना कर प्रसाद चढ़ाते है। माता के दरबार में शनिवार को श्रद्घालुओं की भारी भीड़ रही। कुरालसी गांव के प्रधान ठा. जयपाल सिंह, डॉ शेखेर कुमार, डॉ राजकुमार व मनीष शर्मा आदि ने बताया कि सिद्घ पीठ चिंतपूर्णि माँ शाकुंभरी देवी के मंदिर में आस पास के देहातों के अलावा दूर दराज से भी हजारों की संख्या में श्रद्घालु माता के दर्शन कर पूजा-अर्चना करते है। माता के दरबार में आने वाला कोई भक्त निराश नही होता। माता सबकी मनोकामना पूरी करती है। इस मौके पर मंदिर परिसर के बाहर मैदान में मेले का आयोजन होता है। गांव वालों ने बताया कि चौदस को व्रत रखकर माता की पूजा-अर्चना की जाती है। पूजा-अर्चना के बाद ही माता को भोग लगाकर श्रद्घालु अपना व्रत खोलते है। इस मौके पर मंदिर परिसर में तथा बाहर भंडारे का आयोजन डॉ शेखेर कुमार, मास्टर राजकुमार, नीरज, अरुण, मुरली आदि दुवारा किया गया है। दूर दराज से आने वाले माता के भक्तों को कुरालसी के ग्रामीण आदर सत्कार के साथ भंडारे में भोजन कराते है। गांव कुरालसी के माता के मंदिर परिसर के बाहर सुरक्षा तथा व्यवस्था के लिए पुलिस बल तैनात रहा। माता के दर्शन करने व प्रसाद चढ़ाने के लिए श्रद्घालुओं को घंटो लाईन में लगना पड़ा।