पत्ती अवशेष जलाने व फर्जी मुकद्दमो को लेकर तहसील परिसर में धरना जारी

भाकियू ने भाजपा सरकार को किसान व गरीब विरोधी सरकार बताया


- पत्ती के बदले सामान लेने दुकानों पर पहुचे भाकियू कार्यकर्ता


बुढाना 06 दिसम्बर। तहसील परिसर में आयोजित भारतीय किसान यूनियन का धरना प्रदर्सन दुसरे दिन भी जारी रहा। आक्रोशित किसान पत्ती अवशेष लेकर दुकानदारों के पास पहुंचे दुकानदारों ने पत्ती के बदले कुछ भी सामान देने से इंकार कर दिया तो किसानों ने पत्ती उपजिलाधिकारी कार्यालय के बाहर लाकर डालकर ढ़ेर लगा दिया। वक्ताओं ने कहा की जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती तहसील में अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।


           भारतीय किसान यूनियन द्वारा गन्ने के बकाया भुगतान व पत्ती अवशेष जलाने को लेकर किसानों पर किए गए फर्जी मुकदमें के विरोध में तहसील पर गुरुवार से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। धरने पर दूसरे दिन किसानों ने आपसी सहमति से पत्ती एकत्रित कर बदले में सामान लेने दुकानों पर पहुंचे। किसी भी दुकानदार ने किसानों को पत्ती अवशेष के बदले कोई सामान नहीं दिया। निराश होकर किसानों ने पत्ती को उपजिलाधिकारी कार्यालय के बाहर डालकर ढेर लगा दिया।


           भाकियू नेता संजीव पंवार ने धरने पे बैठे किसानो संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार किसान विरोधी सरकार हैं। जिसके चलते गन्ने का दूसरा सत्र शुरू हो जाने के बाद भी अभी तक पुराने सत्र के गन्ने का भुगतान नहीं किया गया है। किसानों के बच्चों की स्कूल की फीस भी नहीं भरी जा रही है। किसान भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है और किसान आत्महत्या करने को मजबूर है।


           भाकियू नेता अनुज बालियान ने कहा कि गन्ने की पत्ती जलाये जाने पर किसानों पर फर्जी मुकदमे दायर किए गए हैं। जिसको लेकर किसानों में भारी रोष है। आवारा पशुओं द्वारा क्षेत्र में फसलों को भारी नुकसान किया जा रहा है। तहसील परिसर में धरना में किसान प्रशासनिक अधिकारियों पर भी जमकर बरसे। बिजली विभाग द्वारा किसानों व मजदूरों का उत्पीड़न किया जा रहा है। आज रात्रि कालीन भोजन का भी कार्य शुरू हो गया है। उन्होंने कहा की जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती तहसील परिसर में रात दिन में अनिश्चितकालीन धरना जारी रखेगे। धरने की अध्यक्षता सुखबीर सिंह ने की व संचालन विकास त्यागी ने किया। इस दौरान बाबा धीरसिंह, विपिन बालियान, विदुर,मोहन, संजीव,पंवार, धर्मपाल, सोमपाल, संजय कुमार,  रणवीर, जगवीर सिंह, विजय प्रकाश, हकम अली, नरेश, आदि भाकियू नेता उपस्तिथ रहे।