प्रशासन की पहल के बाद मदद को आगे आए सामाजिक संस्थाएं-डोर-टू-डोर जाकर खाना बांटा

बुढ़ाना 28 मार्च। करोना वायरस से बचाव हेतु 21 दिन के लोकडाउन की घोषणा के बाद गुरुवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने जरूरतमंदों को चिन्हित कर खाना व राशन के पैकेट बांटे थे। प्रशासन की इस पहल को देखते हुए अब सामाजिक संगठन भी डोर-टू-डोर जाकर जरूरतमंदों को खाना बांटना शुरू कर दिया हैं।
                           21 दिन के  लोकडाउन के दौरान घरों में कैद गरीबों की मदद के लिए सामाजिक संगठनों ने भी आगे आना शुरू कर दिया है।  शनिवार को पुलिस प्रशासन के साथ अखिल भारतीय मानवाधिकार निगरानी समिति व राष्ट्रीय इंटर कॉलेज के प्रबंधक दुवारा जरूरतमंदों को खाना मुहैया कराया गया। पुलिस प्रशासन व समिति के पदाधिकारियों ने छोटे बच्चों के लिए दूध की भी व्यवस्था की। अखिल भारतीय मानवाधिकार निगरानी समिति की जिला अध्यक्ष अनुपमा चौधरी ने बताया की कोरोना वायरस के खतरे से जूझ रहे भारत देश 21 दिन के लिए लोकडाउन पर है। ऐसी कठिन परिस्थितियों में हमारी संस्था ने डोर-टू-डोर जाकर गरीबों को खाना मुहैया कराने का बीड़ा उठाया है। संस्था के पदाधिकारी जरूरतमंदों को चिन्हित करके इसी तरह से डोर-टू-डोर जाकर भोजन मुहैया कराते रहेंगे।
              राष्ट्रीय इंटर कॉलेज के प्रबंधक संजीव पंवार ने कहा कि ऐसी मुश्किल घड़ी में हमें शासन प्रशासन द्वारा दिए गए आदेशों का पालन करना चाहिए। हम सबको मिलकर कोरोना को हराना है। और जरूरतमंदों कि जहां तक संभव हो मदद करनी चाहिए।
             कोतवाली प्रभारी कुशल पाल सिंह ने कहां की ऐसी कठिन परिस्थितियों में समाजिक संगठनों को प्रशासन का साथ देना चाहिए। प्रशासन भी ऐसे संगठनों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेगा। इस मौके पर कोतवाली प्रभारी कुशल पाल के साथ एसएसआई जितेंद्र सिंह यादव, कस्बा इंचार्ज जयवीर सिंह, सतीश, जितेन्द्र, मास्टर नाहर सिंह, सागर पवार, वंश पंवार, छोटू राम, प्रताप, सुमित, आशीष, संदीप, एडवोकेट गोपाल व ऋषि पाल आदि शामिल रहे।